Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घटनास्थल का दौरा किया और प्रभावित दुकानदारों के लिए सरकारी खर्चे पर नया बाजार बनाने, अस्थायी व्यवसाय की सुविधा और आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
कोलकाता। खिदिरपुर के ओर्फैनगंज मार्केट में भीषण आग की घटना के बाद राज्य सरकार ने तत्काल राहत और पुनर्वास के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घटनास्थल का दौरा किया और प्रभावित दुकानदारों के लिए सरकारी खर्चे पर नया बाजार बनाने, अस्थायी व्यवसाय की सुविधा और आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार नया मार्केट बनाएगी और दुकानदारों से कोई खर्च नहीं लिया जाएगा। कोलकाता नगर निगम वैज्ञानिक तरीके से मार्केट का निर्माण करेगा, जिसमें समुचित अग्नि सुरक्षा की व्यवस्था होगी। जब तक नया बाजार तैयार नहीं हो जाता, तब तक दुकानदारों के लिए अस्थायी दुकान की व्यवस्था की जाएगी।”
उन्होंने बताया कि जिन दुकानों का पूरा नुकसान हुआ है, उन्हें एक लाख रुपये और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त दुकानों के लिए ₹50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। नुकसान का आकलन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही निर्देश दिया कि आग से जले इलाके को तत्काल बैरिकेड कर सुरक्षित किया जाए।
रविवार रात करीब एक बजे ओर्फैनगंज मार्केट में आग लग गई थी। यहां बड़ी संख्या में तेल और मक्खन के गोदाम हैं, जिससे आग तेजी से फैली और देखते ही देखते करीब 1300 दुकानें जलकर खाक हो गईं। स्थानीय व्यापारियों ने आरोप लगाया कि दमकल विभाग को सूचना देने के बावजूद शुरुआती प्रतिक्रिया बेहद धीमी रही। वाटगंज थाने से कोई जवाब नहीं मिला और मजबूरन उन्हें 100 नंबर डायल करना पड़ा। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद दमकल की 20 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
व्यापारियों का आरोप है कि दमकल विभाग के पास पर्याप्त पानी नहीं था, और गंगा नदी से पानी लाकर आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी। सोमवार को भी कई स्थानों पर ‘पॉकेट फायर’ जलते देखे गए।
इस घटना में एक बार फिर कोलकाता की प्राचीन और व्यस्त बाजार व्यवस्था की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। यहां मिर्च-मसाले से लेकर फल-सब्ज़ी और अन्य दैनिक आवश्यकताओं की दुकानें थीं। सोमवार सुबह दमकल मंत्री सुजीत बसु ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और दमकल विभाग पर लगाए गए लापरवाही के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही दमकलकर्मी सक्रिय हुए, लेकिन संकरी गलियों के कारण मुख्य आग के स्रोत तक पहुंचने में समय लगा।
वहीं, आग लगने की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। यह भी जांच की जा रही है कि बाजार में अग्नि सुरक्षा के उपाय पर्याप्त थे या नहीं।